ट्रेवल इन्शुरन्स क्या है?
हम जिस भी चीज का इन्शुरन्स करते हैं इसका मतलब है कि उस चीज की अगर हानि होती है या नुकसान पहुंचता है तो आर्थिक रूप से यानी कि जितने का नुकसान हुआ है उतने रुपए की भरपाई इन्शुरन्स कंपनी करेगी।
बिल्कुल इसी तरह से ट्रैवल इंश्योरेंस भी हमारे ट्रैवल को सुरक्षा प्रदान करता है इंटरनेशन ट्रैवल के दौरान भी बहुत सारे हानियां या बहुत सारे अनचाही घटनाएं घट जाती हैं जिसकी भरपाई के लिए हमें या तो आर्थिक रूप से या मानसिक रूप से सहायता की जरूरत होती है जो एक ट्रैवल इंश्योरेंस लेने के बाद इसकी पूरी जिम्मेदारी ट्रैवल इंसोरेंस कंपनी उठाती है।
वो घटनाएं ऐसी हो सकती हैं कि या तो आपका सामान चोरी हो जाए या फिर आपकी सेहत को कोई नुकसान पहुंचे यह सब चीज है ट्रैवल इंश्योरेंस कवर करती है .जिससे आपकी यात्रा में किसी भी तरह की रूकावट या परेशानी ना आए और खुशी खुशी आपअपनी यात्रा पूरी कर सके .
ट्रेवल इन्शुरन्स क्यों लेना चाहिए?
जब भी हम एक अनजान देश को चुनते हैं अपनी छुट्टियां बिताने के लिए या किसी व्यापार के काम से वहां जाना होता है तो हम उसे देश के बहुत सारे तौर तरीके नियम कानून और वहां की व्यवस्था से अनजाने होते हैं।
ऐसे में अगर वहां पर हमारे साथ कुछ ऐसी अनहोनी हो हब तो हमारा साथ देने वाला कोई नहीं होगा। किसी ने साथ दिया और फिर कोई प्रशासनिक मदद भी मिली तो भी हमारा जो आर्थिक नुकसान होगा, उसकी भरपाई तो कोई नहीं करेगा।
हमारे सामान्य स्वास्थ्य को किसी भी तरह का नुकसान पहुंचता है तो उसकी भरपाई करने के लिए विदेश में बहुत भारी रकम चुकानी पड़ती है खास करके चिकित्सा के लिए हम भारत में जितने ज्यादा पैसे खर्च करते हैं उससे कई गुना ज्यादा पैसे विदेश में लगते हैं।
ऐसे में विदेश की धरती पर हमारी तबीयत किसी कारण से खराब हो गई तो इलाज में हमारे बहुत सारे पैसे चले जाएंगे। ऐसे ही कई और तरह की परेशानियां होती हैं जिसके आर्थिक रूप से हानि होने पर ट्रैवल इंश्योरेंस कंपनी उसके भरपाई करती है।
जिससे हमें बहुत बड़ी राहत मिलती है .और यात्रा के दौरान ट्रैवल इंश्योरेंस लेना कोई बहुत बड़ी खर्चे बात नहीं है यह लाइफ और हेल्थ इंश्योरेंस की तरह बहुत लंबी नहीं चलती यह बस आपकी यात्रा से शुरू होती है और आपकी यात्रा खत्म होने पर ही खत्म हो जाती है आपको बस छुट्टियों के दिनों की शंख्या हिसाब के ही प्रीमियम देने पड़ते हैं।
इसलिए अपनी यात्रा को सुरक्षित करने के लिए और कई सारी परेशानियों से दूर रहने के लिए ट्रैवल इंश्योरेंस लेना बहुत जरूरी है
ट्रेवल इन्शुरन्स कैसे काम करता है?
हर इंश्योरेंस कंपनी चाहे वह प्राइवेट हो या गवर्नमेंट “इंश्योरेंस रेगुलेटरी एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया” (IRDAI) के तहत ही काम करती है। यह भारत सरकार द्वारा बनाई गई संस्था है जो इंश्योरेंस कंपनी के हर गतिविधियों पर ध्यान देती है और हर इंश्योरेंस कंपनी को आईआरडीएआई के निर्देशों के अनुसार चलना होता है।
ट्रैवल इंश्योरेंस जनरल इंश्योरेंस का एक हिस्सा है जिसके तहत जब आप ट्रैवल इंश्योरेंस लेते है। इसके लिए आपको एक प्रीमियम चुकानी होती है जो आपकी यात्रा की अवधि, यात्रियों की संख्या, किस देश की आप यात्रा करने जा रहे हैं, यात्रियों की उम्र इन सब पर डिपेंड करती है।
ट्रेवल इन्शुरन्स आपकी यात्रा को आपका सामान से लेकर आपकी सेहत तक हर एक चीज को एश्योर कर देती है। इसके लिए एक सम एसोर्ड (बीमा राशि)भी कंपनी के तरफ से फिक्स होता है जो आपको किसी भी तरह की हानि होने पर वह इसे आर्थिक मदद के रूप में आपको देती है। ये सम असोर्ड अमाउंट अलग अलग कंपनीयों के अलग अलग हो सकते है।
ट्रेवल इन्शुरन्स क्या क्या लाभ देता है?
ट्रैवल इंश्योरेंस आपको बहुत तरह की सुविधा देता है जैसे की
- यात्रा लाभ
- स्वास्थ्य संबंधी लाभ
- दुर्घटना संबंधित लाभ
- सामान संबंधित लाभ
यह सारे लाभ आपको मिलते हैं एक इंश्योरेंस कंपनी के द्वारा जो आपका ट्रैवल इंश्योरेंस करती है आगे हम इन सबको एक-एक करके विस्तार से समझेंगे
ट्रेवल इन्शुरन्स क्या क्या कवर करता है?
इंश्योरेंस कंपनी हर वो चीज कवर करती है जिस जिस चीज के हानि होने की संभावना यात्रा के दौरान होती है, जैसे की
बैगेज लॉस एंड डीले कवर – अगर आपका बैग एयरलाइंस के त्रुटि के कारण लेट से पहुंचता है या किसी कारण गुम हो जाता है या चोरी हो जाता है तो ऐसी अवस्था में आपके सामान की भरपाई के लिए इंश्योरेंस कंपनी आपकी जरूरत की चीजों के अनुसार आर्थिक रूप से आपकी मदद करेगी जिससे आपकी यात्रा कभी भी आपके सामान के अभाव में बाधित नहीं होगी।
लॉस ऑफ़ पासपोर्ट कवर– अगर किसी कारणवश आपका पासपोर्ट खो जाता है या कहीं छूट जाता है तो उसके जगह पर दूसरे पासपोर्ट के बनवाने का जो खर्च है वह रीइंबर्समेंट पर इंश्योरेंस कंपनी आपको देता है।
किसी भी सिक्योरिटी इश्यूज के चलते एयरलाइन अथॉरिटी के द्वारा अगर आपका पासपोर्ट या सामान जप्त कर लिया जाता है तो उसके भरपाई इंश्योरेंस कंपनी नहीं करेगी।
मेडिकल कवर या स्वास्थ्य कवर – यात्रा के दौरान अगर आप किसी भी बीमारी की चपेट में आते हैं या किसी भी चीज से इनफेक्टेड हो जाते हैं तो उसके इलाज के लिए इंश्योरेंस कंपनी आपको अपने नेटवर्क हॉस्पिटल में भेज सकती है जहां आपका कैशलेस इलाज हो सकता है।
यह सुविधा आपको प्री एक्जिस्टिंग डिजीज पर नहीं मिलेगी . कुछ कंपनियां प्रि एग्जिस्टिंग डिजीज को भी कवर करती है लेकिन मैक्सिमम कंपनियां इसे कवर नहीं करती।
इसलिए आपको इंश्योरेंस लेते समय पहले से कोई बीमारी है तो आपको यह इंश्योरेंस कंपनी को बता देना चाहिए।
अब जनरल इंश्योरेंस या हेल्थ इंश्योरेंस में कैशलेस एवरीव्हेयर (CASHLESS EVERYWHERE) की फैसिलिटी दी जा रही है जिसमें आप किसी भी अस्पताल में अपना इलाज करवा सकते हैं और वह आपको कैशलेस सुविधा प्रोवाइड करवाएगी। पर ये जरुर चेक कर ले कि वह ब्लैक लिस्ट हॉस्पिटल की लिस्ट में ना हो तभी आपको यह सुविधा मिलेगी।
यात्रा संबंधित लाभ – यात्रा संबंधित लाभ में आपको दो तरह के लाभ मिलते हैं जिसमें आपकी फ्लाइट किसी भी कारण से डिले हो जाती है और एक लिमिटेड टाइम से ज्यादा डिले होने पर कंपनी आपको हर घंटे के कुछ पैसे रीइंबर्समेंट पर देगी . यहां पर फ्लाइट के रद्द हो जाने पर आपके अकोमोडेशन (रहने) का खर्चा आपके होटल और बाकी एक्टिविटी का खर्चा जो आपने पहले से बुक कर रखी होगी वह सब के सबके खर्च की प्रतिपूर्ति इन्शुरन्स कंपनी द्वारा किया जाएगा।
पर्सनल लायबिलिटी कवर – इसके अंतर्गत आप अगर आपके कारण अनजाने में किसी के प्रॉपर्टी को या किसी इंसान को कोई चोट पहुंचती है या हानि पहुंचती है तो उसकी भरपाई भी इंश्योरेंस कंपनी करती है . और अगर आपने यह सब किसी नशे की हालत में की है तो आपको किसी भी तरह कवर नहीं दिया जाएगा।
डेथ एंड डिसेबिलिटी का लाभ – इसके अंतर्गत अगर यात्री के मृत्यु किसी कारणवश हो जाती है या मेडिकल इश्यूज के चलते डेथ हो जाती है तो उसके बॉडी को अपने देश तक पहुंचाने का पूरा खर्चा इंश्योरेंस कंपनी उठाती है या फिर किसी एक्सीडेंट के कारण किसी भी तरह के डिसेबिलिटी (अपंगता) हो जाती है तो आपको इंश्योरेंस कंपनी द्वारा सम असोर्ड अमाउंट दिया जाता है जो हर कंपनियां अपने-अपने हिसाब से अलग-अलग अमाउंट तय करती हैं
ट्रैवल इंश्योरेंस कितने तरह के होते हैं?
ट्रेवल इंश्योरेंस में आपको इतने तरह के इंश्योरेंस देखने को मिलेंगे जैसे
शेंगेंन ट्रैवल इंश्योरेंस -इस इंश्योरेंस के तहत आप यूरोप में किसी भी देश को घूमने के लिए इसका उपयोग करते हैं
ट्रैवल इंश्योरेंस इंक्लूडिंग यू एस ए / कनाडा -इन इंश्योरेंस में आप अमेरिका और कनाडा भी इंक्लूड होगा तो यह इंश्योरेंस के प्रीमियम ज्यादा हो जाते हैं क्योंकि यूनाइटेड स्टेट्स ऑफ़ अमेरिका और कनाडा जैसे देश हर चीज में महंगे होते हैं।
ट्रैवल इंश्योरेंस एक्सक्लूडिंग यू एस ए/ कनाडा -ऐसे ट्रैवल इंश्योरेंस थोड़े सस्ते पड़ते हैं जिसमें अमेरिका और कनाडा जैसे देश इंक्लूड नहीं होते हैं।
ट्रेवल इन्शुरन्स के प्लान क्या क्या होते है?
ज़्यदातर ट्रैवल इंश्योरेंस के प्लान हर कंपनियों के लगभग एक से होते हैं जिसमें आपको कुछ इस तरह के प्लान मिलेंगे
- इंडिविजुअल ट्रैवल इंश्योरेंस प्लान – ये प्लान सोलो ट्रिप यानि अकेले यात्रा करने वालो के लिए है।
- फैमिली ट्रैवल इंश्योरेंस प्लान – इसमें आप अपनी फॅमिली के साथ ट्रेवल करने जा रहे है तो ये प्लान आपके लिए है।
- सीनियर सिटीजन ट्रैवल इंश्योरेंस प्लान – ये उन लोगो के लिए डिज़ाइन किया गया है जो बड़े उम्र लोग है।
- स्टूडेंट ट्रैवल इंश्योरेंस प्लान – ये ट्रेवल इन्शुरन्स उन स्टूडेंट्स के लिए बनाया गया है जो विदेशो में पढ़ाई के लिए जाना चाहते है। ये स्टूडेंट्स की पढ़ाई में किसी आर्थिक रुकावट से बचने के लिए छात्रों को सहायता भी देता है।
- मल्टी ट्रैक ट्रैवल इंश्योरेंसप्लेन – ये साल में एक ज्यादा बार विदेश यात्रा लिए है जिसमे आपकी पूरी साल की ट्रेवल को इन्सोर्ड क्र दिया जाता है।
- सिंगल स्ट्रिप ट्रैवल इंश्योरेंस प्लान – ये लें सिर्फ एक बार ट्रेवल करने को सपोर्ट करता है।
इन इन सभी इंश्योरेंस के लिए आयु सीमा होती है जो प्लान लेते समय आपको मेंशन करनी होती है उसी के हिसाब से आपकी प्रीमियम तय किए जाते हैं।
ट्रेवल इन्शुरन्स लेते समय किन बातो का ध्यान रखे?
चावल इंश्योरेंस लेते समय ध्यान देने योग्य बातें कुछ इस प्रकार है
- किस देश की यात्रा करनी है
- कितने दिनों की यात्रा करनी है
- यात्रियों की संख्या
- यात्रियों की आयु
- कोई प्रे-एक्जिस्टिंग डिजीज है तो उसे भी मेंशन करे इससे आपके मेडिकल क्लेम में कोई बाधा नहीं आएगी। प्री एक्जिस्टिंग डिजीज को अगर आप छुपा लेते हैं और उसका कारण यात्रा के दौरान आपको कुछ होता है तो आपका मेडिकल क्लेम रद्द हो सकता है
- इंश्योरेंस लेने के लिए सरे डॉक्युमेंट तो देने ही होंगे लेकिन आपके लगभग सारे क्लेम रीम्बरसमेंट पर मिलते है यानि पहले आप अपने जरूरत और हानि होने वाले नुक्सान के लिए खर्च क देते हो तो बाद में क्लेम करने पर कंपनी आपको खर्च किये गए पैसे देती है। इसलिए क्लेम करने के लिए अपने सारे बिल्स और प्रूफ संभाल के रखे। नहीं तो आपका क्लेम रद्द हो सकता है।
ट्रेवल इन्शुरन्स का कवरेज अमाउंट कितना होता है?
ट्रैवल इंश्योरेंस का कवरेज अमाउंट अलग-अलग इंश्योरेंस कंपनी अपने हिसाब से तय करती है वह आपको अपने प्लान के तहत कंपनी द्वारा बता दी जाएगी .जनरली यह देखा गया है कि भारत में हर इंश्योरेंस कंपनी लगभग $5 लाख तक का सम असोर्ड अमाउंट(बीमा राशि) आपको पे करती है।
किन किन देशो में घूमने के लिए ट्रेवल इन्शुरन्स चाहिए?
बहुत सारे देश बिना ट्रैवल इंश्योरेंस के आपको अपने देश में प्रवेश करने की अनुमति नहीं देती है .और बहुत सारे देश बिना ट्रैवल इंश्योरेंस के आपको अपने देश में प्रवेश करने की और घूमने फिरने की अनुमति देता है। फिर भी एक एक अच्छे यात्रा का अनुभव लेने के लिए ट्रैवल इंश्योरेंस लेना बहुत ही जरूरी है।
कोई देश बिना ट्रैवल इंश्योरेंस के अपने देश में घूमने की अनुमति दे या ना दे लेकिन होने वाली घटनाओं को कोई भी रोक नहीं सकता और न ही बदल सकता है।
अनचाही धटनाओं और परेशानीओं से अपनी यात्रा को बचाने के लिए ट्रैवल इंश्योरेंस ले . बस यह देख ले कि जिस ट्रैवल इंश्योरेंस कंपनी से आप प्लान ले रहे हैं उस ट्रैवल इंश्योरेंस कंपनी द्वारा वह देश जहा आप घूमने जा रहे है वो कवर है या नहीं है।
शेंगेन ट्रेवल इन्शुरन्स क्या है?
यूरोप के देश के समूह को शेंगेन कहते हैं बिना शेंगेन ट्रैवल इंश्योरेंस के यूरोप के किसी भी देश में आप यात्रा नहीं कर सकते। यह अनिवार्य है कि यूरोप के देश में घूमने के लिए आपको संगम ट्रैवल इंश्योरेंस लेना ही होगा।
नॉन अमेरिका/कनाडा ट्रेवल और अमेरिका/कनाडा इन्क्लूडिंग ट्रेवल क्या है?
अगर आप एक साथ कई सारे देश की यात्रा करने जा रहे हैं जिसमें अमेरिका और कनाडा इंक्लूड नहीं है तो वह ट्रैवल इंश्योरेंस एक्सक्लूडिंग(Excluding) यू एस और कनाडा कहलाएगा। इसी तरह अगर आपकी यात्रा में यू एस, कनाडा इंक्लूड है तो वह ट्रैवल इंश्योरेंस इंक्लूडेड यू एस/ कनाडा कहलाएगा।
यह इसलिए मेंशन किया गया है ताकि इंश्योरेंस का प्रीमियम तय किया जाए क्योंकि जिस इंश्योरेंस में अमेरिका और कनाडा इंक्लूड होंगे इसका प्रीमियम ज्यादा आएगा और जिसमें अमेरिका और कनाडा इंक्लूड नहीं होंगे इसका प्रीमियम कम आएगा। क्योंकि इन देशों में घूमना फिरना और हेल्थ सेक्टर हमारे देश के मुकाबले बहुत महंगे हैं। और किसी कारण आपको क्लेम की जरूरत पड़ी तो उसकी भरपाई कंपनी को वहां के करेंसी की वैल्यू के हिसाब से करनी होगी। जोकि काफी महंगी है बाकि देशो के मुकाबले।
ट्रेवल इन्शुरन्स में टैक्स बेनिफिट देता है या नहीं?
ट्रैवल इंश्योरेंस में आपको कोई भी टैक्स बेनिफिट नहीं मिलेगा यह सेक्शन 80 d के तहत नहीं आता है।
ट्रेवल इन्शुरन्स कम्पनीज कोन कोन सी है?
ट्रैवल इंश्योरेंस जनरल इंश्योरेंस का पाठ है और कई सारी कंपनियां जनरल इंश्योरेंस प्रोवाइड करती हैं। ट्रैवल इंश्योरेंस प्रोवाइड कंपनियों के लिस्ट आपको इंश्योरेंस रेगुलेटरी एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया के साइट पर जाकर मिल जाएंगी।
कुछ फेमस ट्रेवल इन्शुरन्स कंपनियां के नाम इस प्रकार है –
- रिलायंस ट्रेवल इन्शुरन्स
- टाटा ए आइ जी ट्रेवल इन्शुरन्स
- आईसीआईसीआई लोम्बार्ड ट्रेवल इन्शुरन्स
- एच डी एफ सी एर्गो ट्रेवल इन्शुरन्स
ट्रेवल इन्शुरन्स को बिच में कैंसिल कर सकते है क्या?
बिल्कुल कर सकते हैं लेकिन उसके लिए आपको इंश्योरेंस कंपनी के टर्म एंड कंडीशन पढ़ने होंगे और अगर आपके कैंसिल करने के रीजन वैलिड हुए तो आपका ट्रैवल इंश्योरेंस वहीं पर कैंसिल कर दिया जाएगा।
ट्रेवल इन्शुरन्स को एक्सटेंड कर सकते है क्या?
जी हां आप ट्रैवल इंश्योरेंस को एक्सटेंड भी कर सकते हैं। अगर आप अपनी छुटियाँ बढ़ाना चाहते है तो आप अपनी पालिसी खत्म होने से पहले इसकी अवधी बढ़ाने के लिए रिक्वेस्ट भेजनी होगी।
निष्कर्ष
उम्मीद है आपको ट्रेवल इन्शुरन्स की ये जानकारियां संतुस्ट करेंगी। मैंने वो सारी चीजे कवर करने की कोशीश की है जो ट्रेवल इन्शुरन्स में होती है। इस लेख को पढ़ने के बाद आपके बहुत सारे सवालों के जवाब मिल जाएगी। अगर कुछ और जानना चाहते है तो मुझे कमेंट जरूर करे।